Tuesday, February 8, 2011

माँ शारदा को नमन



१.

या कुन्देन्दु तुषारहार धवला, या शुभ्र वस्त्रावृता |

या वीणा वर दंड मंडितकरा, या श्वेत पद्मासना ||

या ब्रह्माच्युत शंकरा प्रभृतिभि: देवै: सदा वन्दिता |

सा मां पातु सरस्वती भगवती नि:शेष जाड्यापहा ||

२.

शुक्लां ब्रह्मविचार सार परमाद्याम जगद्व्यापिनीम

वींणा पुस्तक धारिणीभमयदाम जाद्यापअंधकारापहाम |

हस्ते स्फटिक मालिकाम विधातीम पद्मासने संस्थिताम

वन्दे ताम परमेश्वरीम भगवतीम बुद्धि प्रदाम शारदाम ||

३.

सरस्वती महाभागे

विद्ये कमललोचने

विश्वरूपे विशालाक्षी

विद्याम देहि नमोस्तुते ||

४.

सरस्वती नमस्तुभ्यं

वरदे कामरूपिणी

विद्यारम्भं करिष्यामि

सिद्धिर्भवतु मे सदा ||

५.

ॐ वाक् देव्यै च विद्महे

विरिन्जी पत्नयै च धीमहि

तन्नो वाणी प्रचोदयात ||